अमेरिका में भी बैन होगा टिकटॉक, कंपनी के सामने रखीं ये दो शर्तें
न्यूयॉर्क
अमेरिका की प्रतिनिधि सभा ने एक विधेयक पारित किया, जिसके तहत लोकप्रिय वीडियो ऐप टिकटॉक का चीनी मालिक अगर इसे नहीं बेचता है तो ऐप पर राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध लगाया जाएगा। अमेरिकी सांसदों ने कंपनी की वर्तमान स्वामित्व संरचना को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक खतरा मानते हुए यह कदम उठाया है। प्रतिनिधि सभा में इस विधेयक के पक्ष में 352 और विपक्ष में 65 वोट पड़े, जिससे यह विधेयक ध्वनिमत से पारित हो गया।
क्यों बैन करने की है तैयारी?
अब यह विधेयक सीनेट में जाएगा, जहां इसके पारित होने की संभावनाएं स्पष्ट नहीं हैं। अमेरिका में टिकटॉक के 15 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं। टिकटॉक, चीनी प्रौद्योगिकी फर्म बाइटडांस लिमिटेड के पूर्ण मालिकाना हक वाली सहायक कंपनी है। सांसदों का तर्क है कि बाइटडांस चीनी सरकार के समक्ष नतमस्तक है, जो जब चाहे अमेरिका में टिकटॉक के उपयोगकर्ताओं के डेटा तक पहुंच की मांग कर सकती है। चीन के कई सारे राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों से यह खतरा उपजा है, जो संगठनों को खुफिया जानकारी एकत्र करने में सहयोग के लिए मजबूर करता है।
कैथी मैकमॉरिस रॉजर्स ने कहा, ''हमने टिकटॉक को साफ-साफ शब्दों में विकल्प चुनने का मौका दिया है। अपनी मूल कंपनी बाइटडांस से अलग हो जाइए, जो सीसीपी (चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी) के आगे नतमस्तक है और अमेरिका में अपना संचालन जारी रखिये। वहीं अगर आप सीसीपी के पक्ष में हैं तो परिणाम भुगतिये। फैसला टिकटॉक को करना है।''
भारत पहले ही कर चुका है बैन
भारत पहले ही टिकटॉक सहित कई चीनी ऐप को बैन कर चुका है। भारत ने भी सुरक्षा के ही नजरिए से इस चीनी ऐप को बैन किया था। बता दें, जब भारत में यह चीनी ऐप बैन हुआ था तब इसके करोड़ों यूजर्स थे। और यह लोगों के बीच काफी लोकप्रिय था।