घरेलू उपायों से यूरिक एसिड स्तर कम करना: सहज और प्रभावी तरीके
शरीर में यूरिक एसिड लेवल बढ़ने की समस्या अब आम हो गई है। यूरिक एसिड खून में पाया जाने वाला एक रसायन है, जो प्यूरीन नामक पदार्थ के टूटने पर बनता है। हेल्थ एक्सपर्ट मानते हैं कि एक बार अगर यूरिक एसिड बढ़ जाए तो यह हड्डियां को पूरी तरह से डैमेज कर सकता है। ये गाउट, गठिया, किडनी डिजीज, दिल की बीमारी हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, फैटी लिवर डिजीज और मेटाबोलिक सिंड्रोम जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम भी बढ़ा देते हैं।
वैसे तो मार्केट में यूरिक एसिड लेवल कंट्रोल करने के लिए कई तरह की दवाएं मौजूद हैं, लेकिन आप चाहें तो इसे घर पर ही अदरक की मदद से कंट्रोल कर सकते हैं। मम्मी भी कहती हैं कि किचन में रखा ये मसाला रामबाण है और हाई यूरिक एसिड की छुट्टी कर सकता है। अदरक में किस तरह से यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या को हल कर सकती है आइए जानते हैं।
अदरक कैसे करेगा यूरिक एसिड को कंट्रोल
NLM पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार अदरक बढ़े हुए यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल कर सकती है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं जो यूरिक एसिड के खिलाफ काम करते हैं और शरीर के जोड़ों में होने वाले दर्द को कम करते हैं।
दूर होती है सूजन और मांसपेशियों का दर्द
अदरक में जिंजरोल नाम का एक तत्व पाया जाता है, जो यूरिक एसिड के कारण होने वाली सूजन को कम करने में सहायक माना जाता है। ऐसे में जब आप अदरक का सेवन करते हैं तो यह सूजन को कम करने में मदद करता और जोड़ों व मांसपेशियों के दर्द को कम करता है।
किडनी हेल्थ बेहतर कर सकती है अदरक
यूरिक एसिड बढ़ने पर इसका सबसे बुरा असर किडनी पर पड़ता है। दरअसल किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर नहीं कर पाती है और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में अदरक की चाय के सेवन से शरीर का यूरिक एसिड बैलेंस होता है और किडनी हेल्थ बेहतर हो सकती है।
ये कुछ लक्षण देते हैं बढ़े हुए यूरिक एसिड के संकेत
जोड़ों में तेज दर्द, जोड़ों का लाल होना, कठोर होना या सूजन होना, पथरी होने पर पीठ के निचले हिस्से में दर्द, मतली या उल्टी होना, बुखार या ठंड लगना, पेशाब में खून आना, और पेशाब करते समय दर्द होना शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड के कुछ बड़े लक्षण हैं। इन्हें नजर अंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए ताकि समय रहते समस्या हल हो सके।