आईआईटी आईएसएम धनबाद में आने वाले समय में रिसर्च पार्क बनेगा, स्टार्टअप और रिसर्च को मिलेगा बढ़ावा
नई दिल्ली
आईआईटी आईएसएम धनबाद में आने वाले समय में रिसर्च पार्क बनेगा। आईआईटी धनबाद के बोर्ड ऑफ गर्वर्नर्स (बीओजी) ने दिल्ली में हुई बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। रिसर्च पार्क में इंडस्ट्री के साथ मिलकर छात्र-छात्राएं व शिक्षक शोध कार्य करेंगे। उद्योग व शिक्षा जगत के बीच सहयोगात्मक अनुसंधान व तकनीकी नवाचार पर फोकस होगा। इससे स्टार्टअप को भी काफी बढ़ावा मिलेगा। बताते चलें कि वर्तमान में आईआईटी मद्रास व गिने-चुने आईआईटी में ही रिसर्च पार्क है। इसमें उद्योगों के लिए इनोवेशन से संबंधित काम किया जाता है। बीओजी से मंजूरी मिलने के बाद कैंपस में इसके लिए जगह चिह्नित की जाएगी। बोर्ड की बैठक में बोर्ड चेयरमैन प्रो. प्रेम व्रत, निदेशक प्रो. जेके पटनायक, उपनिदेशक प्रो. धीरज कुमार समेत बीओजी के अन्य मौजूद थे।
सेकंड एकेडमिक बिल्डिंग का भी होगा कैंपस में निर्माण बीओजी दिल्ली की बैठक ने कैंपस में सेकंड एकेडमिक बिल्डिंग निर्माण को भी मंजूरी दे दी है। छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी व अन्य संसाधन में बढ़ोतरी करने के उद्देश्य से आईआईटी धनबाद कैंपस में दूसरी एकेडमिक बिल्डिंग बनेगी। संस्थान के शताब्दी वर्ष के मौके पर पिछले दिनों 130 करोड़ रुपए की लागत से सेंचुरी बिल्डिंग बनाने के लिए शिलान्यास किया गया। यह बिल्डिंग भी आधुनिक सुविधाओं से युक्त रहेगी।
टाइप टू 144 व टाइप थ्री 96 क्वार्टर बनेगा
आईआईटी आईएसएम धनबाद में पिछले कुछ महीनों में काफी संख्या में नए शिक्षकों व कर्मियों की नियुक्ति हुई है। नए शिक्षकों व कर्मियों के लिए कैंपस में टाइट टू व टाइप थ्री क्वार्टर का निर्माण कराया जाएगा। बीओजी की बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया। बोर्ड ने टाइप टू का 144 व टाइप थ्री का 96 क्वार्टर बनाने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। अब बची हुई अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी।