टारगेट अचीव करने परिवहन विभाग को हर दिन चाहिए 36 करोड़
ग्वालियर
परिवहन विभाग को मौजूदा वित्तीय वर्ष 2023-24 का राजस्व का टारगेट पूरा करने के लिए अभी 800 करोड़ रुपए राजस्व और चाहिए। यह राशि जुटाने मैदानी अमले के पास सिर्फ 22 दिन का समय और बचा है। अब प्रतिदिन 36 करोड़ 37 लाख रुपए वसूलना होंगे, तब जाकर टारगेट तक पहुंच पाएंगे।
नवागत परिवहन आयुक्त डीपी गुप्ता ने प्रदेश भर के मैदानी अमले को निर्देश दिए हैं कि टैक्स वसूली बढ़ाई जाए, जिससे राजस्व लक्ष्य हासिल किया जा सके। पविहन आयुक्त ने आरटीओ/ डीटीओ से कहा है कि समय कम बचा है, इसलिए अब टैक्स वसूली के लिए पूरी ताकत झोंक दें। फील्ड में उतकरकर वाहनों की चैकिंग की जाए। जिन वाहनों पर टैक्स बकाया है उनसे वसूली के लिए अलग से टीम बनाई जाए।
बता दें कि शासन ने परिवहन विभाग को इस साल 4800 करोड़ रुपए का टारगेट दिया है। अभी तक करीब करीब 4000 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्त हो चुका है। 31 मार्च तक सभी जिलों को अब 800 करोड़ रुपए और वसूलना होंगे, तब टारगेट पूरा हो पाएगा। आंकड़ा बड़ा है, इसलिए मैदानी अमले की टेंशन बढ़ी हुई है, फिर भी वे प्रयास में जुटे हैं। जिन कॉमर्शियल वाहनों पर टैक्स बकाया चल रहा है,उन्हें भी वसूली के लिए सूचीबद्ध कर लिया गया है।
बड़े जिलों के आरटीओ फिसड्डी
प्रदेश के बड़े जिलों को परिवहन विभाग ने जो टारगेट दे रखा है,उसके अनुसार टैक्स की वसूली करने में इन जिलों के आरटीओ फिसड्डी साबित हो रहे हैं। चूंकि छोटे जिलों से ज्यादा राजस्व इन जिलों के आरटीओ को जुटाना है,इसलिए उनकी टेंशन बढ़ी हुई है। हालांकि टारगेट से पीछे अधिकांश जिले चल रहे हैं,लेकिन बड़े जिलों की स्थित ज्यादा निराशाजनक है।
प्रयास किए जा रहे
वित्तीय वर्ष खत्म होने में 22 दिन का समय बचा है। शासन ने विभाग को जो टारगेट दिया है, उसे पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए मैदानी अमले को कड़े निर्देश जारी किए गए हैं।
डीपी गुप्ता, परिवहन आयुक्त,मप्र